केमी बेडेनॉच कंजर्वेटिव पार्टी का नेतृत्व संभालने वाली बनी पहली अश्वेत महिला इन्होंने विपक्ष के रूप में हाउस ऑफ कॉमन्स मे ऋषि सुनक की जगह ली हैं। 4जुलाई आम चुनाव में कंजर्वेटिव पार्टी की हार के बाद ऋषि सुनक ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। उन्होंने कहा कि दो साल पहले दिवाली के ही अवसर पर से सत्ता मे आए थे, और आज दिवाली की अवसर पर ही वे इस्तीफा दे रहे है।1832के बाद कंजर्वेटिव पार्टी ने पहली बार 200 से अधिक सीटे गवा दीं। जिसके बाद उनके कुल सदस्यों कि संख्या 121 ही रह गई।पार्टी अपने नए उत्तराधिकारी के तलाश में थी। और 44 वर्षीय केमी बेडेनॉच को ऋषि सुनक के उत्तराधिकारी के रूप मे चुना गया।
कंजर्वेटिव पार्टी 14 साल तक सत्ता में थीं। लेकिन उसे 14 सालो के बाद चुनाव में करारी हार का सामना करना पड़ा। जिसके बाद पार्टी पूरी तरह से अपने को संगठित करने में व्यस्त हो गई थी। केमी बेड़ेनोच ने 100000 सदस्यों द्वारा किए गए मतदान में प्रतिद्वंदी सांसद रॉबर्ट जेनरिक को हराया। बेडेनॉच 53806 वोट मिले और जेनरिक को 41388 वोट प्राप्त हुए।इनका नेतृत्व ऐसे समय मे हुआ हैं जब पार्टी 14 वर्ष के नुकसान से उबरने की कोशिश कर रही हैं। बेड़ेनोच को अपनी पार्टी की प्रतिष्ठा बनाए रखने के लिए काफी चुनौतियों का भी सामना करना पड़ेगा।बेड़ेनोच ब्रिटिश राजनीतिक पार्टी का नेतृत्व करने वाली पहली अश्वेत महिला बन गई हैं।
ऋषि सुनक ने सोशल मीडिया पर केमी बेडेनॉच को कंजर्वेटिव पार्टी का नेता चुने जाने की बधाई दी। उन्होंने यह भी कहा कि ” मुझे पता हैं वे हमारी पार्टी की बेहतरीन नेता बनेगी। और पार्टी को नए जीवन देगी”। तथा को कंजर्वेटिव पार्टी के मूल्यों पर खड़ा उतरेगी। बेडेनॉच ने भी ऋषि सुनक को धन्यवाद देते हुए कहा कि , “सुनक ने ऐसे मुश्किल समय में इतनी मेहनत की, जितनी की कोई नहीं करता । ब्रिटिश प्रधानमंत्री कीर स्टारमर ने भी बेडेनॉच को बधाई दी।
वर्षों के विभाजन आर्थिक स्थिति में उथल पुथल के बाद पार्टी की प्रतिष्ठा बनाए रखना और प्रमुख मुद्दों पर लेबर प्रधानमंत्री कीर स्टारमर की नीतियां की खामियां को उजागर करना । ये सारी चीजें नए नेता के लिए एक चुनौती पूर्ण कार्य रहेंगे।