क्या सऊदी अरबिया में 101 विदेशी नागरिकों को दी जाएगी फांसी की सजा सऊदी अरबिया में यह पहली बार हुआ कि 101 विदेशी नागरिकों फांसी दी जाएगी। अन्य रिपोर्ट्स के मुताबिक पाकिस्तान के 21, यमन के 20, सीरिया के 14, नाइजीरिया के 10, मिस्र के 9, जॉर्डन के 8, भारत,अफगानिस्तान, श्रीलंका, फिलीपींस के एक एक नागरिक का फांसी दी जाएगी। बीते वर्ष 2023–2024 में 34,34 विदेशी को फांसी की सजा दी गई थी। लेकिन इस बार तो यह संख्या तीन गुना बढ़ गई हैं। और शायद वर्ष खत्म होते होते यह संख्या बढ़ भी सकती हैं।
समाचार एजेंसी एएफपी के मुताबिक यह संख्या पिछले साल की तुलना में काफी अधिक है। सऊदी अरब में मौत की सजा को लेकर काफी समय से विवाद बना हुआ हैं। मानवाधिकार समूह ने इसकी आलोचना तथा इसे अभूतपूर्व बताया है। और अंतराष्ट्रीय जगत में अपनी छवि के विपरीत बताया हैं।
2023 में सऊदी अरब तीसरा सबसे ज्यादा लोगों को फांसी देने वाला देश था। जिसमे पहले वा दूसरे स्थान चीन और ईरान था। 16 नवंबर को यमन के एक नागरिक को सऊदी मे फांसी दी गई थी। बताया जा रहा था कि वह खाड़ी देश में ड्रग्स तस्करी करता था। 2022 में सऊदी अरबिया ने ड्रग्स में दोषी पाए गए लोगों की मौत की सजा पर लगी तीन साल की रोक को समाप्त करके 92 लोगो को फांसी दी। जिसमे विदेशी नागरिकों की संख्या 69 थी।
राजनयिकों का यह मानना है कि जो विदेशी नागरिक है उन्हें अपने लिए लड़ने का उतना अधिकार नहीं दिया जाता हैं। और विदेशी नागरिकों को निष्पक्ष कार्यवाही के अधिकार भी काफी कम मिलता हैं। जिससे वह अपने पक्ष में पूरी सच्चाई से नही बोल पाते। फांसी की सजा की बढ़ोतरी के कारण सऊदी क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान मानवसंघ के निशाने पर है।
फांसी की सजा पर विरोधी समूह का कहना है कि जिस प्रकार फंसी की सजा बढ़ते जा रही हैं, यह कोई भी बता सकता की अगला नंबर किसका है। विदेशी लोगों भी इससे भयभीत है तथा उनके परिवार जन में भी डर बना हुआ हैं।