SCO समिट में भारत के विदेश मंत्री जा रहे हैं पाकिस्तान दौरे पर। इस्लामाबाद में होने जा रहे एससीओ बैठक में भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर भाग लेंगे। इसी बीच विदेश विभाग ने यह स्पष्ट कर दिया हैं की इस दौरे में भारत और पाकिस्तान की आंतरिक मामलों में कोई चर्चा नहीं होगी।
नौ वर्षो के बाद विदेश मंत्री जाएंगे पाकिस्तान।
नौ वर्षो के बाद विदेश मंत्री जाएंगे पाकिस्तान एस जयशंकर १५ अक्टूबर को पाकिस्तान दौरे पर जा रहे। इससे पहले सुषमा स्वराज ९ वर्ष पूर्व पाकिस्तान की यात्रा पर गई थी। दोनो देशों में अभी जिस प्रकार संबंध हैं उससे यह कम ही उम्मीद हैं की कोई द्विपक्षीय बात होगी।
क्या हैं एससीओ समिट?
एससीओ एक अंतरराष्ट्रीय संघठन हैं। जिसमें भारत, पाकिस्तान ,कजाकिस्तान, ताजिकिस्तान ,उज्जेगिस्तान, शामिल हैं। भारत ने वर्ष २०२२ में एससीओ की अध्यक्षता की थी।
क्या इस सम्मेलन मे भारत का जाना हैं जरुरी?
भारत के लिए एससीओ क्षत्रिय सुरक्षा मुद्दों को संबंधित रखने का एक महत्वपूर्ण मंच हैं। इतनी तनाव भरे स्थिति में विदेश मंत्री का पाकिस्तान जाना यह दर्शाता हैं की यह कितना महत्वपूर्ण समिट हैं। एससीओ की शुरुवात संघाईं सहयोग संघठन २००१ मे अस्तित्व मे आया था। २०१७ में भारत और पाकिस्तान इस समिट का सदस्य बना था।
पाकिस्तान भारत के संबन्ध में कोई चर्चा नहीं भारत के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा हैं की पाकिस्तान दौरे के बहुत सारे मतलब निकले जानें चाहिए । यह बात यहीं रेखांकित की जाती हैं की भारत के लिए यह समिट कितना जरुरी है। और इस समिट में भारत पाकिस्तान के संबंधों के बारे में कोई चर्चा नहीं की जाएगी। एससीओ मेंचीन का पूरा प्रभुत्व हैं। यह समिट सदस्य देशों के बीच व्यापार और सुरक्षा को बढ़ावा देती हैं। इस समय एससीओ देशों में पूरी दुनिया की लगभग ४० फीसदी आबादी रहती हैं। पूरी दुनिया की जीडीपी में एससीओ देशों की २० फीसदी हिस्सेदारी हैं।