क्या पीएम मोदी को मिला मालदीव आने का निमंत्रण बीते दिनों में भारत और मालदीव के संबंधों में काफी बदलाव देखने को मिले हैं। सोमवार को पांच दिवसीय दौरे पर भारत पहुंचे मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू ने प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात की। और उन्होंने प्रधानमंत्री को मालदीव आने का भी निमंत्रण दिया हैं। हालाकि मोदी जी ने अभी इस विषय पर प्रत्यक्ष रूप से कोई प्रतिक्रिया नहीं दी हैं। दिल्ली के हैदराबाद हाउस में प्रधानमंत्री मुइज्जू ने कहा की भविष्य में भी मालदीव और भारत के संबंध अच्छे रहेंगे तो यह दोनो देशों के लिए लाभकारी सिद्ध होगा।
यह उनका भारत का पहला द्विपक्षीय दौरा है। इस साल के जुलाई माह में भी वे भारत आए थे।
मुइज्जु की सरकार भारत का विरोध करके ही सत्ता में आई थीं। उन्होंने चुनाव के दौरान भारत के प्रति काफी अपमानजनक चीजे कही थी।और इंडिया आउट का नारा भी दिया था। चीन के प्रति उनका काफी रुख था। भारत का विरुद्ध करके ही वे सत्ता में आए थे। लेकिन अब उनको भारत की ही मदद की आवश्यकता होने लगी हैं। मालदीव की आर्थिक स्थिति डगमगा गई हैं।
तनाव का कारण दरअसल इंडिया के खिलाफ अपमानजनक शब्द इस्तमाल करने के बाद इंडिया के लोग भी मालदीव का विरोध करने लगे थे।।और बायकॉट भी कर रहे थे। जिससे मालदीव की आर्थिक स्थिति काफी प्रभावित हुई थीं। क्योंकि हर साल भारत के बहुत सारे पर्यटक मालदीव घूमने जाया करते थे। बायकॉट के चलते मालदीव की आर्थिक स्थिती काफी प्रभावित हुई जिसके बाद मुइज्जू संबध सुधार के कवायद में जुटे हैं।
मुइज्जु ने भारत के लोगो से मालदीव की यात्रा करने की अपील की उन्होंने कहा की लंबे समय से भारत और मालदीव के बीच अच्छे संबंध थे ।और मालदीव से भी लोग भारत में शिक्षा और स्वास्थ्य चिकित्सा के लिए जाया करते थे। मालदीव में भारत के काफी लोग रहते हैं।जो की मालदीव के विकास में योगदान देते हैं। इसीलिए मुइज्जू भारत के साथ अपने संबंधों को फिर से मजबूत करना चाहते हैं।