चक्रवात दाना का लैंडफॉल शुरू हो चुका हैं। IMD ने बताया कि गुरुवार की रात को ये चक्रवात अपना असर दिखाना शुरू करेगा। और 26 अक्टूबर की सुबह तक जारी रहेगा। दाना चक्रवात तूफान लगातार उड़ीसा के तट पर तेजी से बढ़ रहा हैं। इसका असर अन्य कुछ राज्यों में भी देखने को मिल रहा हैं। उड़ीसा और पश्चिम बंगाल में तटीय इलाकों में सुरक्षा बढ़ा दी गई हैं, तथा पश्चिम बंगाल के लगभग 3 लाख और उड़ीसा के लगभग 4 लाख लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया हैं। तूफान से बचने के लिए सारी तैयारियां कर ली गई हैं।भारी बारिश की चलते,कोलकाता के बहुत सारे उड़ानों को रद्द कर दिया गया हैं उड़ीसा और पश्चिम बंगाल में स्कूलों को बंद कर दिया गया , 400 से अधिक रेलगाड़ियां रद्द कर दी गई है।
कुछ राज्यों में हुआ अलर्ट जारी
इस चक्रवात का असर उड़ीसा, पश्चिम बंगाल, झारखंड, बिहार एमपी, तमिलनाडी में देखने को मिल रहा हैं। पश्चिम बंगाल और उड़ीसा में रेड अलर्ट जारी कर दिया गया हैं। उड़ीसा के लगभग 12 जिलों में हाय अलर्ट जारी किया गया हैं।बिहार,MP और तमिलनाडु में भी येलो अलर्ट जारी किया गया हैं। दाना चक्रवाती तूफान का असर झारखंड के कुछ शहरों में भी देखने को मिल रहा हैं। कुछ इलाकों में घना बादल छाया हुआ हैं तो कही हल्की बारिश हो रही हैं।
उड़ीसा के भीतरकणीका राष्ट्रीय उद्यान और धमारा बंदरगाह में शुक्रवार की सुबह को 110 किलोमीटर प्रति घंटे की हवा की गति साथ तूफान ने दस्तक दी। और बाद में यह कमजोर तूफान में तब्दील हो गया।रक्षामंत्रालय ने बयान में कहा कि, तटरक्षक बल स्थिति की बारीकी से नजर रख रहा हैं।
सांसद राहुल गांधी ने उड़ीसा में आए दाना तूफान को उड़ीसा के लिए संकट की घड़ी बताया हैं। और केन्द्र सरकार से हर संभव मदद करने के लिए आग्रह किया हैं। सीएम मोहन चरण माझी भी लगातार हालात पर नजर रखे हुए हैं।इस तूफान का नामकरण सऊदी अरब ने किया हैं। इसका मतलब उदारता हैं।IMD के अनुसार 26 अक्टूबर की सुबह ये तूफान का असर कम हो सकता हैं।