जम्मू कश्मीर विधानसभा सत्र के दौरान ही विधायकों के बीच हुई हाथापाई

Photo of author

By Admin

7 नवंबर को भाजपा और अन्य विधायकों की बीच हाथापाई हो गई।  लगातार तीसरे दिन विधानसभा में अशांति जारी रही। तथा भाजपा और मार्शलों के बीच झड़प चलती रही। जिसके परिणामस्वरूप स्पीकर को सदन की कारवाही स्थगित करनी पड़ी। यह सत्र सोमवार को ही आरंभ हुआ, लेकिन अभी तक सही ढंग से चल नहीं पाया हैं।

विधायकों के बीच हुई झड़प

हंगामा इतना अधिक बढ़ गया कि, जम्मू कश्मीर का विधानसभा सत्र इससे प्रभावित हो रही है। मार्शलों में बीजेपी के विधायक को बाहर ही फेक दिया, जिसके बाद दोनों के बीच झड़प हो गई। ओर मजबूरन अब्दुल रहीम को कारवाही को स्थगित करना ही पड़ा।जब लोग इधर उधर जा रहे थे,एक सख्श तो टेबल पर चढ़ गया , ये सारी घटना तो सीएम अमर अब्दुल्ला के सामने हो रही थी। और वो वही मौजूद थे, तथा पूरे शोर शराबे को बस देख रहे थे।
भाजपा सदस्य का विरोध एक प्रस्ताव के विरोध को लेकर शुरू हुआ था। आर्टिकल 370 जिसको 5 साल पहले ही खत्म कर दिया गया था।

बीजेपी ने कहा, लोगों को किया जा रहा गुमराह

कश्मीर में फिर से आर्टिकल 370 को लेकर बवाल मचा हुआ हैं। विधानसभा में 370 फिर से लागू करने के लिए प्रस्ताव पास हो गया था बीजेपी द्वारा इस प्रस्ताव का पूरा विरोध किया जा रहा हैं। बीजेपी ने आरोप लगाया की नेशनल कॉन्फ्रेंस जम्मू कश्मीर के लोगो को अपनी बातों में फंसा रही हैं, जबकि आर्टिकल 370 का बहाली ड्राफ्ट स्वयं स्पीकर द्वारा तैयार किया गया था। बीजेपी का यह भी कहना है कि कोई भी आर्टिकल 370 और 35a को दोबारा नहीं ला सकती हैं।
भाजपा के विधायकों को हाथापाई के दौरान बाहर निकाल दिया गया था , जिसके बाद वहां के मंत्री सब भाजपा पर फूट डाले राज करो नीति को अपनाने का आरोप लगाने लगे। बुधवार को यह प्रस्ताव आने के दौरान ही अशांति उत्पन्न हो गई। तथा विवाद के उपरांत फिर से ये सत्र गुरुवार को शुरू हुआ। इंजीनियर रसीद के भाई विधायक खुर्शिद अहमद देख अनुच्छेद 370 बैनर को सदन में लहरा रहे थे, इसके बाद बीजेपी नेता ने खुर्शीद अहमद  से बैनर छीनने का प्रयास करने लगे। जिसके बाद विपक्ष के नेता सुनील कुमार इस बात भड़क गए तथा इसपर आपत्ति जताई, जिसके बाद विवाद शुरू हुआ और मामला इतना आगे बढ़ गया की लोगो के बीच हाथापाई हो गईं।

मुख्यमंत्री ने किया प्रस्ताव खारिज

अमर अब्दुल्ला ने  इस प्रस्ताव को यह कहकर खारिज कर दिया, यह प्रस्ताव तो बस जनता को आकर्षित करने के किए पेश किया गया था। इसका वास्तविकता से कोई संबंध नही। उन्होंने यह भी कहा कि इतना सेंसिटिव टॉपिक उठाने से पहले नेशनल कॉन्फ्रेंस को विचार कर लेने चाहिए था। बीजेपी का कहना है कि नेशनल कॉन्फ्रेंस जम्मू कश्मीर का माहौल खराब करना चाहती है।

Leave a Comment