कैसे शुरू हुआ पथराव
हाल ही में जामा मस्जिद सर्वे के दौरान हुई हिंसा के बाद up के संभाल में हिंसा के निशान ही बाकी हैं।गली गली में पुलिस तैनात हैं। कई घरों में ताला लगा हुआ है। डर का माहौल कुछ ऐसा फैला है की लोगो ने घर से बाहर निकल भी बंद कर दिया हे
कई लोगों को किया गया गिरफ्त
24 नवम्बर की सुबह 6 बजे मस्जिद का सर्वे करने पहुंची टीम
जिसके कारण सर्वे से गुस्साए लोगों ने पथराव शुरू कर दिया
इस पथराव में 20 से जादा पुलिस कर्मी घायल हुए और 5 लोगों की मौत हुई जिसमें 4 लोगों की मौत गोली लगने से मौत हुई है।
इस पथराव के जिम्मेदार 2700 लोगो पर FIR दर्ज कि गई हैं 25 लोगों को गिरफ्तार कालिया गया हे और सुरक्षा देखते हुए इंटरनेट की सुविधा को बंद कर दिया गया हैं।
कौन इन लोगो का आका
सूत्रों से पता चला कि अगले दिन जब पूछताछ हुई तो पता चला कि जांच पर बवाल वजूखाने की तोड़ फोड़ की अफवाह से शुरू हुआ लोगो से पता चला हैं कि पथराव करने वाले लोगो मैं जादा तर 12 साल से लेकर 18 साल के बच्चे थे।
पुलीस पर लगे आरोप
इस बिच पुलीस पर भी सवाल उठा रहे हैं कि जो मौते हुई हैं किया वो पुलिस की चलाई गोलियों से हुई हैं किया? पुलिस कमिश्नर आंजनेय सिंह ने जवाब देते हुए कहा हैं कि पोस्टमार्टम
रिपोर्ट के अनुसार ये मौतें देसी तमंचे की गोलियों से हुई हैं।
पुलीस पर घर में घुस कर तोड़ फोड़ का भी आरोप लगाया गया है हिंदूपुर खेड़ा में रहने वाली फरहाना बेगम को पुलिस ने 24 नवम्बर की शाम को गिरफ्तार किया फरहाना की बहन शाहीन बताती हैं कि पुलीस घर में घुसी और फरहाना और उनके बेटे के साथ मर पीट की गई घर का समान तोड़ फोड़ किया गया और अंडों की थाने लेजाया गया है परिवार जनो का कहना हे कि थाने जाने पर ना तो उनसे कोई बात की जा रही हे ना तो फरहाना और उनके बेटे की जानकारी दी जा रही है।
सवाल ये है कि इस देंगे को बढ़ावा देने किन लोगों का हात है पुलीस अपनी करवाई में जुटी हुई है।