पलामू में फिर एक बार अंधविश्वास के चलते हुई मासूम की हत्या मामला पलामू जिला के चैनपुर थाना क्षेत्र की सल्तुआ गांव कि हैं । जहां एक महिला ने अपने बीमारी से मरे बेटे का बदला लेने के लिए अपनी ही गोतनी के 8 साल के बेटे को मार डाला पुलिस ने हत्या करने वाली महिला को हिरासत में लेलिया हैं और बच्चे बॉडी का पोस्मार्टम कराकर परिजनों को सौंप दिया हैं।
लालच देकर ले गई थी चाची घर से दूर लेजाकर लेली मासूम की जान।
मिली जानकारी के अनुसार अखिलेश सिंह का पुत्र प्रेम कुमार जो कि 8 साल का था अपने घर के बाहर खेल रहा था तकरीबन दोपहर 2 बजे के करीब उसकी उसकी चचेरी चाची जमुना सिंह की पत्नी सुनीता देवी बच्चे को टॉफी का लालच देकर घर से 1 किलो मीटर दूर एक खेत में लेजाकर उसका गला दबा कर जान से मार डाला और लाश को खेत में छोड़ कर वो घर लौट आई।
परिजनों को खेत में मिली लाश ।
जब शाम होने बाद भी बच्चा घर नहीं आया तो परिवार जनों ने बच्चे की खोज बिन शुरू कर दी कुछ घंटों के बाद जब परिजन बच्चे को तलाश ते हुए जब खेत में पहुंचे उन्हें बच्चे का बेजान पड़ा हुआ शव मिला इसके बाद पुलिस को सूचित किया गया पुलिस ने शव की पोस्मार्टम के लिए भेजा ओर अपनी पूछ ताछ में जुट गई गांव के लोगो की पूछ ताछ से पता चला कि मौत से बच्चे को उसकी चाची के साथ देखा गया था पुलीस ने तुरन्त सुनीता को हिरासत में लेकर पूछ ताछ कि जिसमें सुनीता ने अपना गुनाह कबूल कर लिया और अब वे पुलीस की हिरासत में है।
तांत्रिक झूट बोलके सुनीता से लुट रहा था पैसे बीमारी से हुई थी बेटे की मौत ।
सुनीता का बेटा एक साल का था उसकी मौत आज से 5 दिन पहले बीमारी के हो गई थी सुनीता के रिश्तेदार सतबरवा में रहते हैं अपने गांव से सतबरवा आने जाने के क्रम में उसकी मुलाकात एक तांत्रिक से हुई जीने उसे बताया कि प्रेम की दादी ने उसके बेटे को तंत्र मंत्र से मारा है तांत्रिक ने सुनीता को प्रेम की दादी के इतना भड़का दिया कि सुनता ने गुस्से में आके इस अपराध को अंजाम दिया । असल में तांत्रिक झूट बोलके सुनीता से पैसे लुट रहा था।