झारखण्ड के पूर्व मुख्यमंत्री चम्पई सोरेन जी पिछले कुछ दिनों से चर्चा का एक विषय बन गए है। पिछले दिनों से यह बात काफी चर्चा में थी कि चंपई सोरेन (झारखंड मुक्ति मोर्चा) को चोर बीजेपी में शामिल होने वाले हैं, लेकिन यह खबर सुरखियों में तब आने लगी जब 18 अगस्त को 22 धायकों के साथ चंपई सोरेन दिल्ली के लिए रावण हुवे। दिल्ली पहुंचने के बाद चंपई सोरेन ने (जेएमएम) मैं अपने पद से इस्तीफा दे दिया, तबसे ये बात एजीजी की तरह फेल हो गई कि चंपई सोरेन अब बीजेपी ज्वाइन कर लेंगे।
पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन के इस्तिफे के बाद लोगों को यह भी लग रहा था कि वह राजनीति से संन्यास लेंगे, पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन ने कहा - "मैं राजनीति से संन्यास नहीं लूंगा" मैंने तीन विकल्प बताए थे, रिटायरमेंट, संगठन या दोस्त। मैं रिटायरमेंट नहीं लूंगा, मैं खुद का संगठन बनाऊंगा, और पार्टी को मजबूती दूंगा।
क्यों बढ़ गई हेमंत सोरेन की मुश्किलें !
जबसे चंपई सोरेन दिल्ली से लौटे हैं उनका मिजाज कुछ बदला सा है, आते आते उन्हें यह एलान कर दिया है कि वह अपनी खुद की पार्टी बनाएंगे, बता दें कि सरायकेला इस्तिथ उनके निवास पर बीते दिन देर रात तक समर्थको की भिड लगी हुई थी, घोषना के बाद चंपाई सोरेन जगह-जगह जा कर अपने समर्थकों से मुलाकात भी कर रहे हैं। जिससे हेमंत सोरेन की मुश्किलें बढ़ गई हैं।