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क्या सऊदी अरबिया में 101 विदेशी नागरिकों को दी जाएगी फांसी की सजा

क्या सऊदी अरबिया में 101 विदेशी नागरिकों को दी जाएगी फांसी की सजा सऊदी अरबिया में यह पहली बार हुआ कि 101 विदेशी नागरिकों फांसी दी जाएगी। अन्य रिपोर्ट्स के मुताबिक पाकिस्तान के 21, यमन के 20, सीरिया के 14, नाइजीरिया के 10, मिस्र के 9, जॉर्डन के 8, भारत,अफगानिस्तान, श्रीलंका, फिलीपींस के एक एक नागरिक का फांसी दी जाएगी। बीते वर्ष 2023–2024 में 34,34 विदेशी को फांसी की सजा दी गई थी। लेकिन इस बार तो यह संख्या तीन गुना बढ़ गई हैं। और शायद  वर्ष खत्म होते होते यह संख्या बढ़ भी सकती हैं।


समाचार एजेंसी एएफपी के मुताबिक यह संख्या पिछले साल की तुलना में काफी अधिक है। सऊदी अरब में मौत की सजा को लेकर काफी समय से विवाद बना हुआ हैं। मानवाधिकार समूह ने इसकी आलोचना तथा इसे अभूतपूर्व बताया है। और अंतराष्ट्रीय जगत में अपनी छवि के विपरीत बताया हैं।
2023 में सऊदी अरब तीसरा सबसे ज्यादा लोगों को फांसी देने वाला देश था। जिसमे पहले वा दूसरे स्थान चीन और ईरान था। 16 नवंबर को यमन के एक नागरिक को सऊदी मे फांसी दी गई थी। बताया जा रहा था कि वह  खाड़ी देश में ड्रग्स तस्करी करता था। 2022 में सऊदी अरबिया ने ड्रग्स में दोषी पाए गए लोगों की मौत की सजा पर लगी तीन साल की  रोक को समाप्त करके 92 लोगो को फांसी दी। जिसमे विदेशी नागरिकों की संख्या 69 थी।

राजनयिकों का यह मानना है कि जो विदेशी नागरिक है उन्हें अपने लिए लड़ने का उतना अधिकार नहीं दिया जाता हैं। और विदेशी नागरिकों को निष्पक्ष कार्यवाही के अधिकार भी काफी कम  मिलता हैं। जिससे वह अपने पक्ष में पूरी सच्चाई से नही बोल पाते। फांसी की  सजा की बढ़ोतरी  के कारण सऊदी क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान मानवसंघ के निशाने पर है।
फांसी की सजा पर विरोधी समूह का कहना है कि जिस प्रकार फंसी की सजा बढ़ते जा रही हैं, यह कोई भी बता सकता की अगला नंबर किसका है। विदेशी लोगों भी इससे भयभीत है तथा उनके परिवार जन में भी डर बना हुआ हैं।

दिल्ली की हवा का AQI पहुंचा 484, सांस लेना हो रहा है मुश्किल।

दिल्ली में अब तक का सबसे खराब AQI (AIR क्वालिटी इंडेक्स) का रिकॉर्ड दर्ज किया गया है, दिल्ली में लोगों को सांस लेने में भी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।केंद्र प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अनुसार सोमवार को दिल्ली का AQI 484 दर्ज किया गया है जो इस मौसम का सबसे ख़राब आकड़ा डर्ज़ किया गया है।

दिल्ली में AQI पहुचा 484  धुँध की चादर से ढकी दिल्ली

दिल्ली एनसीआर और दिल्ली के आस-पास वाले सहरों और गांवों में सोमवार की सुबह 18 नवंबर को दिल्ली की वायु गुणवत्ता खाब हो गई जिसके बाद दिल्ली एनसीआर और उसके आस-पास के इलाकों में धुंध की मोती चादर फेल हो गई, लोगों को सांस लेने में भी काफी तकलीफ़ोन का सामना करना पड़ रहा है . लोगों ने अपने स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए एयरपुरीफ़ायर और मास्क ख़रीदा ना चालू कर दिया है। कुंकी एक शोध के अनुसर दिल्ली की खुली हवा में सीधे सांस लेना मतलब दिन भर में 50 सिगरेट पीने के बराबर है।

दिल्ली में AQI खराब होने के कारण एयरपुरीफायर की मांग बढ़ गई है।

दिल्ली के एयरपुरीफायर दिलारों ने जो एकदा बताया है वह बहुत ही अच्छा है। दिल्ली एनसीआर के एयरप्यूरीफायर दिलेर ने बताया कि दिल्ली में वायु प्रदूषण के कारण दिल्ली में एयरप्यूरीफायर की मांग काफी तेजी से बढ़ रही है, उन्हें बताया गया है कि वे पहले दिन 10 से 20 एयरप्यूरीफ की बिकरी करते थे मगर अब यह बिकरी 40 से 50 तक की हो गयी है यानि की 50% से भी अधिक की बिकरी बढ़ गई है जो दिल्ली के वायु प्रदूषण की गंभीरता को दर्शाता है।

वायु प्रदुषण पर प्रतिबन्ध

जाने किन किन प्रति बंधो पे चलेगी दिल्ली।

ग्रेडेड रिस्पॉन्स एक्शन प्लान (GRAP) के 4चरणों को लागू कर दिया गया अहै जिस्मे, दिल्ली एनसीआर के लिए शक्त प्रदूषण नियंत्रण प्रतिबन्ध लगाया गया है।दिल्ली के वायु प्रदूषण ने दिल्ली के लोगों के दिन चर्या को भी काफी प्रभावित किया है, (GRAP) चरण 4 के तथा जो प्रतिबन्ध लगाये गये हैं वो यह है।

  • दिल्ली सरकार ने वायु प्रदूषण को ध्यान में रखते हुए कक्षा 10 और 12 वी के छात्रों के अलावा सभी कक्षाओं को ऑनलाइन मोड में स्थानान्तरित करने का आदेश स्कूलों को दे दिया है। ये आदेश तब तक जारी रहेगा जब तक सरकार द्वार कोई सुनिश्चित तारीख नहीं दे दी जाति।
  • दिल्ली एनसीआर और उसके आस-पास के क्षेत्रों में निर्माण के लिए काम पीआर भी प्रतिबन्ध लगा दिया गया है, जिसके तहत कोई भी फ़्लाईओवर, पाइपलाइन और सड़क और किसी तरह के निर्माण पर रोक लगा दी गई है।
  • दिल्ली एनसीआर में दूध की मोटी परत होने के कारण और एक्यूआई काफी खराब होने के कारण सरकार कर्मचारियों के लिए घर से काम करने का विकल्प ला सकती है।
  • दिल्ली में वाहनों के चलने पर भी प्रतिबन्ध लग गया है। सीएनजी और बैटरी के वाहनों का प्रयोग करने की अनुमति दी गई है और बीएस4 और पुराने मॉडल के वाहनों का उपयोग पर रोक लगा दी गई है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को नाइजीरिया के दूसरे सर्वोच्च सम्मान से किया गया सम्मानित

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को नाइजीरिया के दूसरे सर्वोच्च सम्मान से किया गया सम्मानित 17 सालों बाद पीएम मोदी नाइजीरिया के दौरे पर गए थे। वहां उन्हें नाइजीरिया के दूसरे सबसे बड़े सम्मान से सम्मानित किया गया। उन्हें द ग्रैंड कमांडर ऑफ द ऑर्डर ऑफ नाइजर अवॉर्ड से नवाजा गया।  पीएम मोदी यह सम्मान पाने वाले दूसरे अतिथि बन गए है। यह अवॉर्ड क्वीन एलिजाबेथ को 1969 में  दिया गया था।
*दूसरे देश भी कर चुके हैं सम्मानित* पीएम मोदी को 17 वि बार अंतराष्ट्रीय सम्मान मिला हैं।दूसरे देश ने भी मोदी जी को अवॉर्ड से सम्मानित किया हैं ।सऊदी अरबिया जैसे मुस्लिम देश भी इस लिस्ट में शामिल हैं। पीएम मोदी को अवॉर्ड से सम्मानित कर चुके हैं। और नाइजीरिया द्वारा पीएम मोदी को अवॉर्ड मिलना, ये देश के लिए काफी बड़ी और गौरवान्वित होने वाली बात है।

मोदी जी ने जाहिर की अपनी खुशी

पीएम मोदी ने अपने सोशल मीडिया एक्स पर पोस्ट करके लिखा कि मैं काफी गौरवान्वित महसूस करता हूं। जब मुझे द ग्रैंड कमांडर ऑफ द ऑर्डर ऑफ नाइजर अवॉर्ड  से सम्मानित किया जा रहा था। मैं इसे पूरी विनम्रता के से स्वीकार करता हूं। और इसे मै भारत के लोगो तथा भारत और नाइजीरिया की मित्रता को समर्पित करता हूं। मोदी जी इस सम्मान के लिए वहां की सरकार को आभार व्यक्त किया है । अपने संबोधन के दौरान मोदी की ने कहा की नाइजीरिया और भारत के बीच संबंध आपसी सहयोग, सद्भावना, सम्मान पर आधारित है। उन्होंने कहा कि दो लोकतंत्रिक देश, वा विकासशील अपनी देश की अर्थव्यवस्था को विकसित करने के लिए काम करेंग।

प्रधानमंत्री ने इस दौरान तीन देशों की यात्रा की। जी 20 शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए ब्राजील भी जाएंगे।
यह समारोह स्टेट हाउस में आयोजित हुआ था। जहां नाइजीरियन राष्ट्रपति द्वारा यह सम्मान मोदी जी को प्रदान किया गया।भारत और नाइजीरिया के द्विपक्षीय संबंधों पर भी चर्चा की गई थी। भारत और नाइजीरिया के आपसी संबंध वा सहयोग को भी बढ़ावा दिया जाएगा । भारत ओर नाइजीरिया के संबंध भी मजबूत होंगे। कृषि, वाणिज्य, विज्ञान, टेक्नोलॉजी, इन सारे विषयों में भी चर्चा की गई।
नाइजीरिया के राष्ट्रपति अहमद टीनूबू के निमंत्रण पर प्रधानमंत्री नाइजीरिया गए हैं। जहां उन्हें तीन देशों की यात्रा करनी हैं।

एक बार फिर इसराइल के प्रधानमंत्री नेतन्याहू के आवास पर हुआ हमला… घर के आंगन में गिरे आग के गोले..

एक बार फिर इसराइल के प्रधानमंत्री नेतन्याहू के आवास पर हुआ हमला… घर के आंगन में गिरे आग के गोले..  इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के घर पर फिर किया गया हमला। शनिवार की शाम को इसराइल की आंतरिक खुफिया एजेंसी शिन बेट ने यह जानकारी दी। और बताया कि नेतनयाहू की सिजेरिया वाले घर पर दो फ्लेयर्स दागे गए। सुरक्षा एजेंसी ने बताया कि इस हमले से अब तक तो कोई  तबाही की तो खबर नहीं है। ना ही कोई नुकसान की खबर आई हैं।


यह हमला जब हुआ , उस समय न तो नेतनयाहू घर पर थे न हीं उनके परिवारजन में से कोई मौजूद था। पुलिस ने भी जांच पड़ताल करना प्रारंभ कर दिया। रविवार को इसराइल के डिफेंस मंत्री काट्ज के तरफ से यह बयान आया है , उन्होंने अपने सोशल मीडिया एक्स पर पोस्ट करके लिखा कि इस घटना ने सभी रेड लाइन को पार कर लिया हैं। काट्ज ने सुरक्षा एजेंसियों से भी इस हमले के बाद आवश्यक कदम उठाने को कहा है।

इससे पहले भी बेंजामिन नेतन्याहू के निजी आवास में पिछले माह 17 अक्टूबर को हमला हुआ था। उस वक्त भी कोई नुकसान नहीं हुआ था। उस समय भी इसराइल के प्रधानमंत्री नेतन्याहू के घर को ही  निशाना बनाया गया था।
सीसीटीवी कैमरे मे घटना की पूरी सच्चाई साफ साफ दिख रही हैं। जिसमे घर के आंगन में फ्लेयर्स गिरने के तेजी से  आग जलती दिख रही हैं। इजरायल के सभी राजनीतिक दलों ने इस घटना की कड़ी निंदा की हैं। इजरायल के राष्ट्रपति हर्जोगने भी इस हमले की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि इस घटना के जिम्मेदार लोगों को जल्द से जल्द पता लगाने को कहा है।  हर्जोग के मुताबिक शिन बेट के प्रमुख ने बताया कि इस हमले को उकसावे के रूप में देखा जा सकता हैं। हर्जोग कहा, आग की लपटों को बढ़ने भी दिया जाना चाहिए

न्यूजीलैंड की सबसे कम उम्र की सांसद आखिर क्यों हुई पार्लियामेंट में गुस्सा.. फाड़ी विधेयक की कॉपी

न्यूजीलैंड की सबसे कम उम्र की सांसद आखिर क्यों हुई पार्लियामेंट में गुस्सा.. फाड़ी विधेयक की कॉपी  गुरुवार को न्यूजीलैंड के संसद मे हंगामा हुआ। न्यूजीलैंड की सबसे कम उम्र की सांसद हाना रावहिति पार्लियामेंट एक बार फिर चर्चा में आ गई है। जब वह सांसद की सदस्य बने थी।उस दौरान भी उनका वीडियो सोशल मीडिया पर काफ़ी वायरल हुआ था। और अब एक बार फिर वे सुर्खियों में आ गई है। एक बिल का उन्होंने विरोध किया। जिस दौरान वो पन्नो को फाड़ते नजर आ रही हैं। उनका सत्र में हुई बहस का वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा हैं। जानकारी के अनुसार,हाना ब्रिटिश क्राउन और माओरी लोगो के समक्ष 184 वर्ष प्राचीन संधि की व्याख्या  में बदलाव की मांग वाले विधेयक के विरोध मे उठ खड़ी हुई। इस एक्ट का माओरी द्वारा विरुद्ध किया जा रहा था। इसे विधेयक को इतना आलोचना हुई यह विधेयक कि कानून बनने की कम ही उम्मीद बताई जा रही।


न्यूजीलैंड संसद के सदन में सभी सांसद  संधि सिध्दांत विधेयक पर मतदान करने के लिए एकत्रित हुए थे। सदन में ही हाना रावहिति ने एक विधेयक के विरोध में बोलना शुरू किया और बोलते ही बोलते स्वदेशी संदिग्ध विधेयक की फाइल भी फाड़ दी। तथा वही पर पारंपरिक माओरी डांस (हाका) करने लगी। उनके साथ उनकी कैबसमर्थक भी उनके साथ मिलकर विरोध करने  लगे। और इसमें दूसरे राजनेता भी शामिल हो गए और उनके साथ ही नृत्य करने लगे। जिसके बाद उनका यह रूप देखकर सभी लोग हैरान हो गए ।इसके पश्चात उस बिल की वोटिंग प्रक्रिया को स्थगित कर दिया गया ।

हाना 2023 मे आम चुनाव में सांसद बनीं थी। वर्तमान समय में वह पार्लियामेंट की सबसे कम उम्र की सांसद हैं। हाना की उम्र केवल 22 वर्ष है। उन्होंने अपने पहले भाषण के दौरान भी संसद में हाका नृत्य किया था। हाना न्यूजीलैंड की 200 वर्षों के इतिहास में सबसे कम उम्र की महिला सांसद बनीं हैं। 2023 में वो अपने पहले भाषण के दौरान भी कई सुर्खियां बटोर
ली थी। हाका एक युद्धगीत हैं , जिसे पूरी शक्ति और भाव से किया जाता हैं।

1840 की वेटांगी संधि सरकार और माओरी के मध्य संबंधों को प्रदर्शित करती हैं। इसमें जनजाति समूह ब्रिटिश शासन को सत्ता देने के बदले अपनी जमीन का बनाए रखने की तथा अपने हितों की सुरक्षा करने का व्यापक अधिकार मिलता हैं।

क्या खालिस्तानी आतंकी अर्श डाला आएगा भारत…. भारत ने कनाडा से की अर्श डाला की प्रत्यर्पण की मांग

क्या खालिस्तानी आतंकी अर्श डाला आएगा भारत…. भारत ने कनाडा से की अर्श डाला की प्रत्यर्पण की मांग खालिस्तानी टाइगर फोर्स के प्रमुख अर्श डाला को पिछले महीने के अंत में कनाडा पुलिस द्वारा गिरफ्तार किया गया था।2023 मे भारत ने अर्श डाला को आतंकवादी घोषित कर दिया था। और उसी समय कनाडा सरकार से अनुरोध डाला कि गिरफ्तारी के लिए कनाडा सरकार से अनुरोध किया था। जानकारी के अनुसार भारत खालिस्तानी आतंकी डाला के प्रत्यपर्ण की मांग करेगा। खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह के मौत के बाद अर्श डाला ही आतंकी संगठन फोर्स को लीड कर रहा था। निज्जर के समक्ष मिलकर उसने अपने पंजाब किलिंग कि वारदातों को अंजाम दिया।

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता का बयान

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता का बयान विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल गुरुवार को बताया कि हालिया गिरफ्तारी को देखते हुए एजेंसियां प्रत्यर्पण  अनुरोध पर आगे बढ़ेगी। उन्होंने कहा कि अर्श डाला के अपराधिक रिकॉर्ड और कनाडा में इसी तरह की अवैध गतिविधियों में उसकी संलिप्तता को देखते हुए भरोसा हैं कि उसे भारत में न्याय का सामना करने के लिए प्रत्यापित या निर्वासित किया जाएगा। रणधीर जायसवाल ने यह भी बताया कि भारत ने कनाडा सरकार को इन मामलों मे कई जानकारी भी प्रदान की थी। अर्श डाला के संदिंध आवासीय पते , मोबाइल नम्बर, अचल एजेंसीया , आदि का विवरण LMT में तहत कनाडा को एक अलग अनुरोध भी भेजा गया था। जो कि जनवरी 2023 में कनाडाई सरकार को भेजी गई थी। जिसका जवाब मार्च 2024 को दिया गया।

क्या कनाडा सरकार अर्श डाला को बचाने कि कर रही हैं कोशिश

क्या कनाडा सरकार अर्श डाला को बचाने कि कर रही हैं कोशिश अर्श डाला की गिरफ्तारी की बाद गुरुवार को उसे कोर्ट में पेश होना था। कनाडा की सरकार जस्टिन ट्रुडो की सरकार के वकील ने एप्लीकेशन लगाई 517 पब्लिक एक्ट के तहत् मीडिया पर प्रतिबंध लग दिया जाए। इधर भारत की एजेन्सी के तरफ से भी बयान आया कि अभी तो कुछ घंटे भी नहीं हुए और डाला का बचाव करने की इतनी कोशिश होने लगी। जुलाई 2023 में भी भारत द्वारा कई सबूत पेश करने के बाद भी डाला कि गिरफ्तारी को अस्वीकार कर दिया गया था।

राजस्थान में,SDM को थप्पड़ मारने के बाद नरेश मीना हुआ गांव से फरार… पुलिस लोगों के बीच हुआ पथराव

राजस्थान में,SDM को थप्पड़ मारने के बाद नरेश मीना हुआ गांव से फरार… पुलिस लोगों के बीच हुआ पथराव राजस्थान की देवली उनियारा विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव के दौरान हुई शर्मनाक घटना। नरेश मीना निर्दलीय उम्मीदवार ने मतदान केंद्र में घुसकर एसडीएम (अमित चौधरी) को मारा थप्पड़। जिसके बाद समरावता गांव में बवाल मच गया। मतदान खत्म होने के बाद,पुलिस नरेश मीना को गिरफ्तार करने पहुंची,तो वह अपने समर्थकों के साथ था। और उसके समर्थकों ने पुलिस पर पत्थर फेंकना शुरु कर दिया। जिसके बाद पुलिस ने बड़ा एक्शन लिया और उनलोगों पर लाठीचार्ज कर दिया, आंसू गैस से गोले भी छोड़े, और इस मामले में 60 लोगों को पुलिस ने अपनी गिरफ्त में भी लिया।



घटना में पहले SDM अमित चौधरी गांव के लोगों को मतदान करने के किए मानने की कोशिश कर रहे थे। वहीं नरेश ने प्रशासन की खिलाफ धरना दे रहा था। उसने प्रशासन पर दवाब बनाने के लिए अपने समर्थकों को लाठी डंडे लेकर एक जगह एकत्रित होना को कहा। मतदान खत्म होने के बाद पुलिस ने मीना और उसके समर्थकों को मतदान केंद्र से बाहर जाने को कहा लेकिन उन लोगों ने पुलिस की बात नहीं मानी, जिसके बाद दोनों पक्ष में हिंसा शुरू हो गई। प्रशासन के अधिकारियों ने मीना को गिरफ्तार करने की मांग की हैं। अधिकारियों ने यह भी कहा कि अगर उसकी गिरफ्तार नहीं होती हैं तो पूरे राज्य में “पेन डाउन ” हड़ताल की जाएगी।



समरवता गांव की स्थिति बिगड़ने के बाद वहां पुलिस की टीम तैनात की गई है। बताया जा रहा था कि जैसे ही नरेश मीना को पुलिस गिरफ्तार करने पहुंची उसके समर्थक गुस्से से भर गए और पुलिस पर पत्थराव आरंभ कर दिया। इन सब घटना के बाद नरेश ने खुद सोशल मीडिया पर पोस्ट करके कहा कि , मुझे फसाया जा रहा हैं, बड़े बड़े लोग इसमें शामिल हैं। मिर्ची बम फटने से मैं बेहोश हो गया था, मैं नही भगा नहीं था, मुझे पुलिस ने पकड़ा तो पथराव हुआ। नरेश मीना को करणी सेना से सहयोग मिल रहा हैं। करणी सेना के अध्यक्ष महिपाल सिंह ने कहा कि अगर नरेश मीना के खिलाफ एकतरफा कार्यवाही की जाती हैं तो वो इसका विरोध करेंगे।

इस घटना ने 50 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं। गांव वाले ने पुलिस कर्मी पर यह आरोप लगाया कि पुलिस वालों ने गांव में गाड़ियों को आग लगा दी। पुलिस से बचने के लिए कई लोग तालाब में भी खुद गए। रात भर में 100 से ज्यादा लोग गांव छोड़ कर भाग गए। जिसके बाद पुलिस आरोपियों को ढूंढने में पूरी तरह से जुटी हैं।

बुलडोजर एक्शन पर सुप्रीम कोर्ट ने की बड़ी टिप्पणी… बुलडोजर एक्शन पर दिया बड़ा फैसला

बुलडोजर एक्शन पर सुप्रीम कोर्ट ने की बड़ी टिप्पणी… बुलडोजर एक्शन पर दिया बड़ा फैसला आजकल देश में बुलडोजर एक्शन काफी सुर्खियों मे चल रहा हैं।सुप्रीम कोर्ट ने बुलडोजर पर बड़ा फैसला सुनाया।और इस पर रोक लगा दी हैं। सुप्रीम कोर्ट ने साफ कह दिया है कि किसी भी गुनाह वा आरोप के आधार पर किसी का घर छीनना गलत हैं। बुलडोजर एक्शन पर जस्टिस बी आर गंवाई, और जस्टिस के विश्वनाथन की बेंच अपना फैसला सुना रही हैं। इसे फैसले में सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि किसी भा व्यक्ति का घर उसका आखिरी उम्मीद होती हैं। कोर्ट ने कड़ी टिप्पणी करते हुए कहा कि किसी भी परिवार के लिए उसका घर एक सपने के तरह होता हैं। घर तो लोग कि अंतिम सुरक्षा होती हैं। सुप्रीम कोर्ट ने साफ कहा कि अफसर जज नहीं बन सकते हैं। सभी राज्यों को इस विषय पर सख्त निर्देश दिए गए हैं।


15 दिन तक कोई कार्यवाही न की जाए

15 दिन तक कोई कार्यवाही न की जाए कोर्ट ने सख्त आदेश दिए और कहा कि, पहले नोटिस की जानकारी डीएम को दी जाए।  और अवैध निर्माण अगर कही हुआ हैं तो पहले नोटिस भेजा जाए और 15 दिनों का मोहलत दिया जाए। नोटिस दिए जाने के बाद 15 दिनों तक कोई कार्यवाही ना कि जाए। व्यक्ति को अपना पक्ष रखने का मौका देना होगा। यदि प्रक्रिया के अनुसार ऐसे नहीं होता तो ओर बिना समय दिए ये एक्शन लिया जाता हैं तो अधिकारियों से हर्जाना वसूल किया जाएगा।कोर्ट ने कहा अवैध कार्यवाही करने वाले को आधिकारिक रूप से दंडित किया जाए।
*कार्यपालिका आरोपों को दोषित घोषित नही कर सकती थी*  SC ने कहा कि अगर केवल व्यक्ति के दोषित होने से घर को ध्वस्त किया जा रहा तो यह नियम बिल्कुल असंवैधानिक हैं। कार्यपालिका नहीं तय कर सकती कि कोन दोषित हैं कौन नहीं.. कार्यपालिका जज नहीं हैं। आगर सरकार किसी के आरोप के आधार पर संपत्ति को ध्वस्त कर सकती है तो ये कानून का उल्लंघन है।


*सुप्रीम कोर्ट ने जारी किए ये निर्देश*
*ध्वस्तिकरण से पहले 15 दिन का समय देना होगा
*कोर्ट ने कहा किसी भी अपराध के लिए किसी का घर नहीं तोड़ा जाएगा ।
*अगर आरोपी ने गुनाह किया है तो उसके पूरे परिवार को सजा नहीं मिलेगी।
घर केवल संपत्ति नहीं हैं, यह परिवार का आश्रय हैं।
*गलत कारवाही करने पर पीड़ित को मुआवजा दिया जा सकता हैं।
*बुलडोजर एक्शन आशियाने के अधिकार का उल्लंघन होगा।
*और कोई विकल्प न होने पर बुलडोजर कारवाही की जाए।
*सरकार अफसर जो मनमानी करते हैं उनके खिलाफ एक्शन लिया जाएगा।

खंड की पहले चरण 43 सीटों पर वोटिंग… हर सीट पर होगा कड़ा मुकाबला…

झारखंड की पहले चरण 43 सीटों पर वोटिंग… हर सीट पर होगा कड़ा मुकाबला… झारखंड में लोकतंत्र के महापर्व की शुरुआत हो गई हैं। झारखंड में दो चरण में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं , विधानसभा चुनाव के पहले चरण का मतदान बुधवार को है। झारखंड में मुक्ति मोर्चा और कांग्रेस गठबंधन की सरकार हैं।मतदान प्रात: 7 बजे शुरू होगा तो संध्या 5 बजे तक चलेगा।पहले दौर में 43 सीटों के लिए मतदान हैं। ये 43 सीटे ही झारखंड कि राजनीति की तस्वीर और तकदीर बदलेगी।


दूसरे चरण का मतदान 20 नवंबर को होने वाला है।पहले चरण के लिए 683 प्रत्याशी मैदान में हैं। सुरक्षित सीटों संथाल, परगना,की सीटों पर आज मतदान हो रहे है। पहले चरण में हेमंत सोरेन के 6 प्रतिष्ठा मंत्रियो की इज्जत दाव पर हैं। जिनके नाम है, पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन , रामेश्वर उरांव , बत्रा गुप्ता, मिथलेश ठाकुर, वैद्यनाथ राम, भानु प्रताप शाही और भी अन्य नेताओं की इज्जत व प्रतिष्ठा दाव पर लगी हैं। एनडीए, और इंडिया गठबंधन के बीच सीटो का मुख्य मुकाबला हैं। पहले चरण में कई राजनीतिक लोगो के इम्तिहान होने हैं।  पहले चरण के 43 सीटों के लिए 15344 मतदान केंद्र बनाए गए हैं। झारखंड ने विधानसभा का कार्यकाल 5जनवरी 2025 को खत्म होगा। इस बात बीजेपी सत्ता की कमान संभालने की पूरी तैयारी में हैं।



पहले फैज के चुनाव में भाजपा, कांग्रेस, आजसू पार्टी, आरजेडी, जेएमएम, और झारखंड पार्टी  सहित कई दल चुनाव मैदान में हैं। 13 नवंबर को राजस्थान की सात, पश्चिम बंगाल की 6, असम की 5, बिहार की 4, मध्यप्रदेश की दो , गुजरात कि एक विधानसभा सीट पर वोटिंग है। देश भर की 11 राज्यों कि 31 विधानसभा सीटों और एक लोकसभा सीटों पर उपचुनाव भी हैं।23 नवंबर को मतों कि गिनती होने हैं। चुनाव के परिणाम 23 नवंबर को महाराष्ट्र की साथ ही आयेंगे।
झारखंड में सुबह 9 बजे तक 13.04% वेटिंग हो चुकी हैं। राहुल गाँधी ने भी लोगों की अपील की उन्होंने कहा , झारखंड के भाइयों वा बहनों आज आपके राज्य में पहले चरण की वोटिंग हो रही हैं। मै आप सभी लोगों से अपील करता हु कि अपने अधिकारों की रक्षा एवं संविधान और लोकतंत्र को मजबूत करने के लिए अपना वोट अपना वोट जरूर डाले।

महुआ मांझी ने भी पहले चरण ने हो अपना वोट डाला। मतदान करने के पश्चात उन्होंने भी लोगों से कहा कि ,मै सभी से मुझे वोट देने की। अपील करती हूं। मैं चाहती हूं कि झारखंड में विकास हो, रांची राजधानी जैसी नहीं लगती , ओर मै इसे राजधानी में बदलना चाहती हूं। मेरे पास विभिन्न क्षेत्रों का अनुभव है।

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