गाजा में लगातार इसराइल हमले हो रहे हैं,जो की रुकने का नाम ही नहीं ले रहे हैं। अब तक इस हमले में 45000 लोगों की मौत हो चुकी हैं। जिनमें महिलाएं वा बच्चे भी शामिल हैं। इन सब हालातों के बीच कतर की तरफ से एक ऐलान किया गया हैं। की अब कतर इसराइल और हमास की मध्यस्थता से खुद को बाहर कर लिया हैं। कतर के अधिकारियों का साफ कहना हैं कि अगर दोनों पक्ष समझौते के लिए प्रयास करते तो कतर भी दोनो के बीच मध्यस्थता को जारी रखता, लेकिन यहां तो समझोते के लिए दोनो पक्षों में से कोई भी प्रयास नहीं कर रहा हैं। तो इस स्थिति में कतर भी मध्यस्ता जारी नहीं रख सकता हैं।
गाजा ने लगातार पिछले साल इसराइल पर हमले किए , जिससे वहां भारी तबाही भी हुई काफी लोग मरे तथा विवाद और बढ़ गया।उस समय भी कतर द्वारा युद्ध को रोकने के काफी प्रयास किए गए, लेकिन वे इसमें असफल रहे। कतर के अधिकारी ने यह भी बताया कि दोहा में अब हमास का राजनीतिक कार्यालय का कोई उद्देश्य नहीं रह गया हैं। कतर अमेरिका, मिस्र के साथ मिलकर बहुत दिनों से यह प्रयास कर रहा था कि गाजा में हो रहे युद्ध को कैसे खत्म किया जाय। तथा हमास द्वारा बंदी बनाए गए इजरायली लोगो को कैसे रिहा कराया जाए।
हालांकि एक अन्य अधिकारी ने यह भी बताया है कि कतर फिर से मध्यस्थता में शामिल हो सकता हैं। यह निर्णय युद्ध विराम समझौते के लिए ठहरे हुए कोशिशों के बाद ली गई हैं। यह घोषणा एक तरफ से हमास और उसके मित्र देशों के लिए चिंता का विषय है। वहीं इस बात को लेकर भी गहरी चिंता जताई जा रही हैं कि अब हमास इसराइल के बीच शायद युद्ध कभी खत्म होगा भी या नहीं।
सूत्रों से यह भी पता चल हैं कि कतर ने पहले ही अमेरिका को इस घोषणा की जानकारी दे दी थीं। कतर में हमास के कई कार्यकर्ताएं भी रहते है । आखिर कब उन्हें बाहर निकला जाएगा इस बात पर कोई पुष्टि नहीं की गई हैं। अमेरिकी अधिकारी ने कहा कि कार्यकर्ताओं को देश छोड़ने के लिए ज्यादा समय नहीं दिया जाएगा। कतर के इस घोषण के बाद हमास को बड़ा झटका लगा है। अगर कतर द्वारा हमास को समर्थन नहीं मिला,तो हमास का गाजा पट्टी में सरकार चलना बहुत मुश्किल हो जाएगा।