रूस के राष्ट्रपति ने किया न्यूक्लियर नियम में कड़े बदलाव…व्लामुदिर पुतिन ने परमाणु हमले को लेकर नियम में बदलाव किया हैं। रूस ने नाटो को लेकर दिया बड़ी बयान। मंगलवार को रूस के राष्ट्रपति ने संशोधित न्यूक्लियर पर हस्ताक्षर किया हैं। रूस और यूक्रेन का युद्ध अभी भी खत्म हुआ नहीं हैं। और रूस ने सीधे नाटो देशों को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर कोई गैर परमाणु देश किसी न्यूक्लियर परमाणु देश की मदद से हमला करता हैं। तो यह हमला रूस के विरुद्ध माना जाएगा। यदि रूस के विरुद्ध ब्लास्टिक मिसाइल का उपयोग होगा, तो रूस भी इसके जवाब मे परमाणु हमला कर सकता हैं।
रूस की सरकार ने किया अपनी पॉलिसी में बदलाव की घोषणा
रूस द्वारा परमाणु हमले को लेकर महत्वपूर्ण बदलाव किया गया। पुतिन ने पहली बार सितंबर में परमाणु सिद्धांत में बदलाव की घोषणा की। इस पॉलिसी के अनुसार अगर कोई परमाणु रूप से शक्तिहीन देश किसी दूसरे बड़े देश से मदद लेकर रूस की धरती हमला करता हैं तो इस स्थिति में वह भी पूर्ण रूप से परमाणु का इस्तमाल करेगा। काफी समय पहले से ही रूस इस बदलाव की प्रक्रिया के विषय में बातचीत कर रहा था। लेकिन इसके लागू करने के पीछे कारण था, की दो दिन पूर्व ही जो बाइडेन ने यूक्रेन से लंबी दूरी वाली मिसाइलों को रूस के विरुद्ध इस्तमाल करने की इजाजत दी। जिसके पश्चात रूस ने यह फैसला लिया।
बात यहां समाप्त भी नही होती, इस पॉलिसी मे ये भी हैं कि अगर रूस को अपने देश या उसके नागरिक के लिए ऐसा लगा कि उसे खतरा हैं तो इस स्थिति में वह न्यूक्लियर मिसाइल वा अपनी सुरक्षा को बढ़ाने के लिए मिसाइल डिफेंस सिस्टम को भी तैनात कर सकता हैं। रूस औरई यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध की 1000 दिन पूरे हो गए हैं। जिस कारण रूस ने नए आदेश को जारी किया हैं ।
यूक्रेन मांग रहा था इजाजत।
काफी समय पहले से यूक्रेन ब्रिटेन वा अमेरिका से लंबी दूरी तक हमला करने वाले हथियारों को उपयोग करने का इजाजत मांग रहा था।एक वर्ष पहले 2023 में अमेरिका ने यूक्रेन को ATACMS मिसाइल दी थी। जिसको शर्त के मुताबिक दिया गया था। की वह इस मिसाइल का उपयोग अपने देश के भीतर ही कर सकता था, अब इस पाबंदी को हटा दिया गया हैं। अमेरिका और कई यूरोपीय देशों ने यूक्रेन को आधुनिक हथियार प्रदान किया हैं ।