रूस के कजान में हो रहे ब्रिक्स सम्मेलन में 23 अक्टूबर को मोदी जी और चीन के राष्ट्रपति शी जिनलिंग के बीच वार्तालाप हुई।
यह सम्मेलन का दूसरा दिन था।यहां पर जिनपिंग और मोदी जी के बीच द्विपक्षीय वार्तालाप हुई।दोनों ने करीब एक घंटे तक बातचीत किया। जिसके बाद पीएम मोदी जी ने कहा कि सीमा पर शांति बनाए रखना हमारी प्राथमिकता होनी चाहिए,और हम खुले मन से बातचीत करेंगे।उन्होंने यह भी कहा कि दोनों देशों के बीच शांति बना के रखना केवल हमारे लोगों के लिए नही, बल्कि पूरी दुनिया मे शांति और स्थिरता बनाए रखने के लिए काफी महत्वपूर्ण हैं। इससे पहले भी जब ब्रिक्स सम्मेलन हुआ था, तो मोदी जी और शी जिनपिंग ने बस एक दूसरे से हाथ मिलाया था। उस समय दोनों के बीच कोई द्विपक्षीय वार्तालाप नहीं हुई थी।
5 साल बाद हो रही हैं दोनो देशों के बीच द्विपक्षीय वार्ता
भारत ने ब्रिक्स सम्मेलन में करीब 5 साल बाद चीन से द्विपक्षीय वार्ता की हैं। 5 साल पहले तो दोनों देशों के बीच संबंध काफी तनाव भरे थे। शी जिनपिंग ने भारत से संचार और सहयोग बढ़ाने का फैसला भी किया। शी जिनपिंग ने कहा कि अगर दोनों देशों के बीच मतभेद खत्म होते हैं, और सहयोग बढ़ते हैं तो यह दोनो देशों के विकास में काफी मदद करेगा।
पीएम मोदी द्वारा कही गई बाते
शी जिनपिंग से मुलाकात के बाद मोदी जी ने कहा कि आपसे मिलकर काफी खुशी हुई। और यह भी कहा कि जो भी हमारे सीमा विवाद के मसले हैं, वे उन सब का असर उनके सम्बन्ध पर नहीं पड़ने देंगे। और कोशिश करेंगे कि दोनों देशों के बीच शांति बनी रहे। इस समिट के बाद पीएम मोदी जी ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर पोस्ट भी किया। जिसमे उन्होंने कहा कि “रूस के कजान में हो रहे ब्रिक्स सम्मेलन मे शी जिनपिंग से मुलाकात हुई। जिसमे भारत के चीन के संबंधों को लेकर भी वार्ता हुई। भारत —चीन के बीच अच्छे संबंध विश्व शांति बनाए रखने के लिए बहुत महत्वपूर्ण हैं।