गुजरात में बढ़ा प्रभावित क्षेत्रों से लगभाग 25000 लोगों को अभी तक सुरक्षित स्थान तक पहुंच दिया गया है। अभी तक बढ़ा से हुए हादसे में 28 लोगों की जान जा चुकी है, कई लोग अभी लापता है जिनकी तलाश अभी जारी है।
गुजरात में 30 अगस्त को यानि शुक्रवार को दुर्लभ घटना होने जा रही है। इस वैज्ञनिक भी हैरान है, यहां डीप डिप्रेशन बना हुआ था जो अब चक्रवात यानी तूफ़ान बन रहा है। 80 सालो में ये चौथा ऐसा तूफ़ान है जो जामिनी स्तर पर पनपेगा और अरब सागर में अपना कहर बरसाएगा।
क्या है अभी गुजरात की स्थिति?
गुजरात के काई इलाको में पिछले कुछ दिनों से लगातार भारी बारिश हो रही है, जिसे वहां बाढ़ की स्थिति बन गई है। बाढ़ के कारण पिछले तीन दिनों में अब तक लगभग 28 लोगों की मौत हो गई है, वही 25000 लोगों को बचाओ कर्मी द्वार सुरक्षित स्थानो पर ले जाया गया है, जहां उनके रहने और खाने की सुविधा मुहैय्या करवायी गई है। बचावकर्मी हेलीकॉप्टर और नावों से रेस्क्यू कर रहे हैं, कई इलाकों में कमर तक पानी होने के कारण लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया जा रहा है. लोगों के घरों में नाले का पानी भर गया है, सड़क अब तालाब बन गयी है और सड़क पर गाड़ियां तैर रही हैं ।
गुजरात में आई बाढ़ पर सरकार ने क्या प्रतिक्रिया ली
भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) के अनुसर गुजरात के 11 जिलों में रेड अलर्ट जारी किया गया है, वहीं 22 जिलों में येलो अलर्ट जारी किया गया है, कच्छ और सौराष्ट्र छेत्रा में आईएमडी ने रेड अलर्ट जारी किया है। इसके अलावा उत्तर, मध्य और दक्षिण गुजरात के कुछ। हिसों को येलो अलर्ट पर रखा गया है।
नदियों और बंधों का जलस्त्र बढ़ जाने के कारण गुजरात में जारी बचाव अभियान परिणाम स्वरूप अभी तक 25000 लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचा दिया गया है। जिले में राहत प्रयासों के लिए भारतीय सेना की 6 टुकड़ियों का अनुरोध किया गया है। प्रधान मंत्री मोदी जी ने गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल से बात की और उन्हें इस स्थिति का जायजा लेते हुए सरकार द्वार सहायता का आश्वासन दिया है।