बांग्लादेश में हिंदुओं का समर्थन कर रहे चिन्मय प्रभु को गिरफ्तार कर लिया गया.. बांग्लादेश में इस्कॉन के प्रमुख को पुलिस द्वारा गिरफ्तार कर लिया गया। कारण बताया जा रहा हैं कि वे बांग्लादेश में हिंदू के लिए शांतिपूर्वक आवाज उठा रहे थे। और हिंदुओं को एक जुट करने की कोशिश कर रहे थे। इसी बीच मीडिया ने उनपर राष्ट्र ध्वज का अपमान करने का आरोप लगा दिया,की चिन्मय प्रभु ने बांग्लादेश के झंडे के ऊपर नारंगी झड़ा रखा।और उनके खिलाफ राष्ट्रद्रोह का केस दर्ज हुआ। चिन्मय प्रभु को ढाका एयरपोर्ट से गिरफ्तार कर लिया गया।
चिन्मय प्रभु बांग्लादेश में हो रहे है हिंदुओं पर अत्याचार के विरोध में शांतिपूर्ण तरीके से अपनी आवाज उठा रहे थे। पहले भी उनके खिलाफ FIR दर्ज हो चुका हैं। चिटकाव जिले में 20 अक्टूबर को चिन्मय प्रभु को ओर उनके सहयोगियों के खिलाफ भी FIR दर्ज हुआ था। उस समय भी इन सब पर आरोप लगा था कि इनके द्वारा राष्ट्रीय ध्वज का अपमान किया गया था।
बांग्लादेश में झंडे शेख हसीना की सरकार हटी है। तबसे हिंदुओं कर बहुत अत्याचार की खबर सामने आ रही हैं। अंतरिम सरकार के सत्ता मे आने के बाद , छात्रों द्वारा छात्र आंदोलन किया जा रहा। हिंदू अल्पसंख्यक को प्रताड़ित किया जा रहा हैं। हिंदू मंदिरों को भी हानि पहुंचाई जा रही हैं। बांग्लादेश में हिंदू समुदाय की हालत बहुत ज्यादा खराब होती जा रही हैं। चिन्मय प्रभु ने भी इन्हीं सारी समस्याओं के प्रति अपनी चिंता जताई थी।
मेहरपुर इस्कॉन मंदिर को भी अब निशाना बनाया जा रहा हैं। बांग्लादेश में अब हिंदू समुदाय की संख्या 8% ही बची है। और उनपर भी बहुत अत्याचार हो रहे है। अब सारे हिंदू को टारगेट बनाया जा रहा हैं। चिन्मय कृष्ण प्रभु दास की गिरफ्तारी, हिंदू समुदाय के सुरक्षा पर सवाल खड़े करती हैं। उनकी गिरफ्तारी के बाद हिंदू लोग सड़कों पर आकर प्रदर्शन कर रहे हैं।